दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में गृहमंत्रालय की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृहमंत्रालय ने दिल्ली हिंसा के पांच आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाने का फैसला किया है. आगे भी बाकी आरोपियों के खिलाफ ऐसी ही सख्त कार्रवाई हो सकती है. इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए थे.
जिन पांच आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाया गया है, उनमें मुख्य आरोपी कहे जा रहे अंसार का नाम भी शामिल है. उसके अलावा आरोपी सलीम, इमाम शेख उर्फ सोनू, दिलशाद और आहिर के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
क्यों लगाया गया है एनएसए
सबसे जरूरी बात ये है कि रासुका में संदिग्ध व्यक्ति को आरोप सिद्ध हुए बिना लगातार 1 साल तक जेल में रखा जा सकता है, साथ ही केंद्र या राज्य सरकार को जिसने उस शख्स को बंद किया है यदि उसे इस दौरान उसके खिलाफ नए सबूत मिलते हैं तो गिरफ्तारी की अवधि को बढ़ाया जा सकता है. एक खास बात यह भी है कि जब कोई अधिकारी ऐसे किसी संदिग्ध को गिरफ्तार करता है तो उसे राज्य सरकार को इस गिरफ्तारी का कारण बताना पड़ता है. यदि राज्य सरकार या केंद्र सरकार इस गिरफ्तारी की अनुमति नहीं देती तो राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू नहीं किया जा सकता, लेकिन तब भी कुछ दिनों तक ऐसे संदिग्ध को गिरफ्तार कर हिरासत में रखा जा सकता है. यह भी ध्यान रहे की गिरफ्तारी के आदेश जिला मजिस्ट्रेट या पुलिस आयुक्त अपने संबंधित क्षेत्र अधिकार के तहत जारी कर सकते हैं.
सख्त कार्रवाई के दिए थे निर्देश
बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को फोन कर आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए थे. बताया गया कि अमित शाह ने इस दौरान दिल्ली पुलिस कमिश्नर से कहा कि, आरोपियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई करें कि दोबारा कोई हिंसा या दंगा करने के बारे में न सोचे. इसके अलावा उन्होंने मामले की तेजी से जांच करने के भी निर्देश दिए. अब इसके ठीक एक दिन बाद आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने की बात सामने आई है.
लगातार हो रही हैं गिरफ्तारियां
बता दें कि दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर हिंसा भड़क गई थी. इस दिन कुछ हिंदू संगठनों की तरफ से एक शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें अचानक पथराव शुरू हो गया और हिंसा शुरू हो गई. पुलिस ने मामले को संभाला, लेकिन इसमें 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने तुरंत आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी. अब तक मामले में करीब 23 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. पुलिस सीसीटीवी और पूछताछ के बाद लोगों की पहचान करने में जुटी है. आगे भी मामले में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.